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मंगलवार, 16 फ़रवरी 2021

शारदे मां की आरती

         श्रीसरस्वती स्तोत्रम :  
या कुंदेंदुतुषारहारधवला, या शुभ्रवस्त्रावृता,
या वीणा वरदण्डमंडितकरा, या श्वेत पद्मासना।
या ब्रम्हा च्यूतशंकर प्रभृतिभिर्देवैः सदा वंदिता,
सा मां पातु सरस्वती भगवती निः शेषजाड्यापहा।।
मां शारदे कहां तू वीणा बजा रही है। 
किस मंजु ज्ञान से तू जग को लुभा रही है।।1।।
किस भाव में भवानी तू मग्न हो रही है ,
विनती नहीं हमारी क्यों मात सुन रही है।।2।।
हम दीन बाल कब से विनती सुना रहे हैं,
चरणों में तेरे माता हम सिर नवा रहे हैं।।3।।
अज्ञान तुम हमारा मां शीघ्र दूर कर दे,
द्रुत ज्ञान शुभ्र हम में मां शारदे तू भर दे।।4ll
बालक सभी जगत के सुत मात हैं तुम्हारे,
प्राणों से प्रिय तुम्हें हैं हम पुत्र सब दुलारे।।5।।
हमको दया मयी तुम ले गोद में पढ़ाओ,
अमृत जगत का हमको मां शारदे पिलाओ।।6।।
हृदय रुपी पलक में करते हैं आह जारी,
हर क्षण दूंढते हैं माता तेरी सवारी।।7।।
मातेश्वरी तू सुन ले सुन्दर विनय हमारी,
करके दया तू हर ले बाधा जगत की सारी।।8।।
                जय शारदे मां 🙏🙏❤️❤️🌺🌺

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