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श्रीमद्भागवतम् ,स्कंध 1 के ,अध्याय 2 से ,लिया गया श्लोक संख्या 23

सत्त्वं रजस्तम इति प्रकृतेर्गुणास्ते - युर्क्त: पर: पुरुष एक इहास्य धत्ते। स्थित्यादये हरिविरिञ्चिहरेति संज्ञा: श्रे...