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श्रीमद्भागवतम् ,स्कंध 1 के ,अध्याय 2 से ,लिया गया श्लोक संख्या 23
सत्त्वं रजस्तम इति प्रकृतेर्गुणास्ते - युर्क्त: पर: पुरुष एक इहास्य धत्ते। स्थित्यादये हरिविरिञ्चिहरेति संज्ञा: श्रे...
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दोहा : निश्चय प्रेम प्रतीति ते, विनय करें सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान।। अर्थ : जो कोई भी राम भक्त...
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* बाल समय रवि भक्षी लियो तब तीनहुं लोक भयो अंधियारो, ताहि सो त्रास भयो जग को यह संकट काहु सो जात न टारो। देवन आनि करी बिनती तब छ...
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भगवति में मां दुर्गा का नाम सर्वप्रथम आता है।माता को आदिशक्ति के रुप में पूजा जाता है। नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ...