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मंगलवार, 11 मार्च 2025

नृसिंह आरती इस्कॉन मंदिर

नमस्ते नरसिंहाय 
प्रह्लादह्लाद दायिने।
हिरण्यकशिपोर् वक्ष: -
शिला-टङ्क -नखालये।।

इतो नृसिंह: परतो नृसिंहो 
यतो यतो यामि ततो नृसिंह:।
बहिर् नृसिंहो हृदये नृसिंहो 
नृसिंहम् आदिं शरणं प्रपद्ये।।

तव कर -कमल -वरे नखम् अद्भुत -श्रृंगम् 
दलित -हिरण्यकशिपु -तनु -भृंगम् ।
केशव धृत -नरहरि -रूप जय जगदीश हरे 

Namaste narsinghay 
Prahaladlad dayine।
Hiranyakashipor vakshaha-
Shila -tank -nakhalaye ।।

Eto nrisingha parato nrisingho 
Yato yato yami tato nrisigha ।
Bahir nrisingho hridaye nrisingho 
Nrisinham aadim sharnam prapadye ।।

Tav kar -kamal -vare nakham adbhut shringam 
Dalit -hiranykashipu -tanu bhringam ।
Keshav dhrit -Narhari- rupa jai jagdeesh hare 

, श्रीमद्भगवद्गीता के अध्याय 6 से लिया गया श्लोक संख्या 26

यतो यतो निश्चलति मनश्चचञ्चलमस्थिरम्। ततस्ततो नियम्यैतदात्मन्येव वशं नयेत्।।26।। अनुवाद श्रील प्रभुपाद के द्वारा  : मन अपनी चंचलत...